21 अप्रैल 2012
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने शनिवार को विमान हादसे की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की। हादसे में सभी 127 यात्री मारे गए हैं। जांच पूरी होने तक एयरलाइन कर्मचारियों के देश छोड़कर जाने पर रोक लगा दी गई है। भोजा एयरलाइंस के इस विमान में चालक दल के नौ सदस्यों के अलावा 118 यात्री सवार थे। शुक्रवार को इसके यहां बेनजीर भुट्टो अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरने से कुछ मिनट पहले शाम सात बजे के आसपास यह दुर्घटना हुई। उस समय मौसम खराब था।
जियो टीवी के मुताबिक विमान ने शाम पांच बजे कराची से उड़ान भरी थी। पायलट का शाम 6.40 बजे कंट्रोल टॉवर से सम्पर्क टूट गया था। इस मार्ग पर यह एयरलाइन की पहली उड़ान थी।
गिलानी ने इस दुर्घटना को पाकिस्तान के इतिहास की एक बड़ी त्रासदी बताया। उन्होंने यहां पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडीकल साइंसेज (पीआईएमएस) के बाहर पत्रकारों से यह बात कही। मृतकों के शव इसी अस्पताल में रखे गए हैं।
इससे पहले अधिकारी सभी यात्रियों के मारे जाने की पुष्टि कर चुके हैं।
एक विशेष विमान से कराची से शनिवार को यहां पहुंचे मृतकों के परिजनों की मदद के लिए अस्पताल में अलग से विशेष काउंटर बनाए गए हैं।
परिजनों ने सरकार से जल्द से जल्द हादसे की जांच करवाने और उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने की अपील की है।
नेशनल डाटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी के अधिकारी शवों की पहचान में मदद कर रहे हैं। ज्यादातर शव क्षत-विक्षत हालत में हैं इसलिए डीएनए परीक्षण भी किए जा रहे हैं।
पीआईएमएस के प्रमुख वसीम ख्वाजा ने यहां बताया कि शवों को 100 से ज्यादा थैलों में लाया गया था। उन्होंने कहा कि 73 शवों की पहचान हो गई है।
गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा कि जांच पूरी होने तक एयरलाइन के मालिक सहित कई अधिकारियों को देश से बाहर जाने से रोक दिया गया है।
इस बीच अमेरिकी विमानन कम्पनी बोइंग ने विमान हादसे की जांच में तकनीकी सहायता देने की पेशकश की है।
कम्पनी ने अपने शोक-संदेश में हादसे में मारे गए लोगों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति सहानुभूति प्रकट की और कहा कि वह दुर्घटना की जांच में पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण की मदद करने के लिए तैयार हैं।
विमानन सूत्रों का कहना है कि ब्लैक बॉक्स फ्लाइट रिकॉर्डर मिल गया है और इससे दुर्घटना का कारण समझने में मदद मिलेगी।
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